जीवन
प्राथमिकता: सफलता के लिए किन चीज़ो को जीवन में प्राथमिकता दे
आपकी प्राथमिकता क्या है? क्या आपकी प्राथमिकताएँ आपके जीवन को दिशा और उद्देश्य तक लेकर जाती हैं? आइए जाने हमें किन चीज़ों को प्राथमिकता देनी चाहिए!
प्राथमिकता क्या है?
जब हम किसी चीज़ को या किसी व्यक्ति या कार्य को अपने जीवन में पहला स्थान देते हैं और हर दिन या कुछ समय तक वैसा ही करते रहते हैं तो उस चीज़ को प्रथम स्थान देना प्राथमिकता है या हमारे जीवन में हम जिन चीजों को पहला स्थान देते हैं वह हमारी प्राथमिकता है।
क्यों है हम इस दुनिया में?
इस दुनिया में हर एक इंसान खुशियों से बरी जिंदगी का सपना देखता है, सफलता का सपना देखता है, ऐश और आराम, शोहरत चाहता है, अमीर बनना चाहता है
एक इंसान का जीवन कैसा होगा उसकी सफलता, उसकी असफलता, बचपन से लेकर बुढ़ापे तक वह मनुष्य कैसा जीवन जिएगा? एक इंसान डॉक्टर बनेगा या चोर, यह सब आप उसकी प्राथमिकताओं से अंदाजा लगा सकते हैं कौन अपने जीवन में सफल होगा यह उसकी प्राथमिकता ही बताएंगी।
प्राथमिकता क्यों जरूरी है?
प्राथमिकता हर एक मनुष्य के जीवन में एक मुख्य भाग का काम करती है क्योंकि वह प्राथमिकता ही है जिन पर निर्भर होगा कि आने वाले समय में हमारा जीवन किस दिशा में जाएगा जैसे कि अगर एक लड़की की प्राथमिकता पढ़ाई करना और दूसरों की मदद करना है और एक लड़के की प्राथमिकता गलत दोस्तों के साथ घूमना फिरना नशे का सेवन करना है तो आप इनकी प्राथमिकताओं से पता लगा सकते हैं कि इन दोनों का जीवन कुछ सालो में कैसा होगा।
प्राथमिकता किन चीज़ो को दें
1. आप जीवन से क्या चाहते है: प्राथमिकता उन लोगों की होती है जो अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं, जिनका अपने जीवन में कोई लक्ष्य होता है। एक बच्चे से लेकर एक बूढ़े मनुष्य तक हर एक इंसान की अलग अलग प्राथमिकताएं होती हैं। यदि आप बच्चे हैं तो आपकी प्राथमिकता पढ़ाई और आपके माता पिता, आपका परिवार होना चाहिए ,यदि आप जवान है तो आपकी प्राथमिकता आपका करियर होना चाहिए, यदि आप हाउसवाइफ है तो आपकी प्राथमिकता आपके बच्चे, आपका परिवार, आपके खुद के सपने होने चाहिए यदि आप बुजुर्ग है तो आपकी प्राथमिकता अपने परिवार को प्यार देना, उन्हें सही शिक्षा देना और अपनी सेहत का ख्याल रखना होना चाहिए।
2. जीवन के लक्ष्य की ओर: जब आप ठान ले की आपके जीवन का लक्ष्य क्या है तो उस लक्ष्य को लेकर अपने जीवन में उन चीजों को लागू करें जो हर दिन आपको आपके लक्ष्य के करीब ले जाए। और पूरा दिन जो आप काम करें वह उस लक्ष्य को देखकर नियंत्रित हो। के कितना समय आपने किस बात को देना है ताकि सही समय पर आप तैयार हो जाए।
मान लिजिए कि आप 1-2 महिने मे अच्छा खाना बनाना सीखना चाहते हैं तो आपको हर दिन खाना बनाने के अतिरिक्त कुछ ना कुछ सीखना पड़ेगा, हर दिन कुछ ना कुछ बनाना पड़ेगा और ऐसा हर दिन थोड़ा-थोड़ा करने से आप अच्छा खाना बनाना सीख जाएंगे क्योंकि आप हर दिन ऐसा कर रहे थे इसलिए अब आपकी यह प्राथमिकता बन चुकी होगी। आप कोई भी काम यदि कुछ दिनों तक करते हैं तो जाने अनजाने में वह काम या आदत आपकी प्राथमिकता बन जाती है।
3. टाइम टेबल: हर दिन का एक टाईम टेबल बना ले कि कितने घंटे आपने कौन सा काम करना है। जैसा कि आपने 8 घंटे सोना है 8 घंटे काम करना है एक घंटा आराम करना है कुछ घंटे परिवार को देने है। ऐसा करने से आप सब चीज़ो को उचित समय दे पाएंगे और आपके जरूरी काम भी डिस्टर्ब नहीं होंगे।
4. फलदायक काम: अपने हर दिन के काम में उन चीजों को प्राथमिकता न दे जिनका कोई प्रतिफल नहीं है जैसे कि ज्यादा देर तक सोना, ज्यादा वीडियो गेम खेलना, टीवी को ज्यादा समय देना, सोशल मिडिया पर पूरा दिन लगे रहना। यदि आप अपना ज्यादा समय इन चीजों को देते हैं तो आप सफल नहीं हो पाएंगे और उन लक्ष्यों को कभी पूरा नही कर पाएगे। आप इन्हें थोड़ा समय दे सकते हैं पर ज्यादा नहीं क्योंकि यह आपके लक्ष्य के लिए फिर हानिकारक साबित होगा।
इसलिए सपने देखे, लक्ष्य बनाएं और उन्हें पूरा करने के लिए सही प्राथमिकताओं को चुने क्योंकि अन्त में वह सही प्राथमिकता ही होगी जो आपके लक्ष्य को पूरा करने में आपकी मदद करेगी।