1. खुद का ख़याल रखें: हर रोज़ नहायें, साफ कपड़े पहनें। अपने काम ख़त्म करें। इस से आपका आत्मसम्मान बना रहेगा।
2. नियमित खाना खायें: अपने आहार में फल और सब्ज़ियों को शामिल करें। सिर्फ़ जंक फूड ना खायें।
3. हर रोज़ घर से बाहर निकलें: खुद को अपने घर में बंद करने से बचें। बाहर निकलें, पैदल चलें, समान खरीदने जायें।
4. कम से कम 20 मिनिट व्यायाम करें: पैदल या तैराकी या दौड़ना – आपको जो भी पसंद हो।
5. अच्छा संगीत सुनें: ऐसा संगीत सुनें जो दिल को ठंडक दे।
6. किसी एक व्यक्ति से बात करें: हर रोज़ कम से कम एक व्यक्ति से ज़रूर बात करें।
7. अपनी अच्छी बातें याद करें: कम से कम एक या दो ऐसी बातें याद करें जिनके बारे में आप धन्यवादी हैं। ये ही वो बातें हैं जो आपके जीवन को जीने लायक बनाती हैं।
8. तीन ऐसे बातें को लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं।
खुद को माफ़ करना सीखें। डिप्रेशन में आपकी ग़लती नहीं है। इसलिए खुद को दोषी मत मानिए। अगर आपको किसी भी बात को लेकर अपराध बोध है तो यीशु मसीह से प्रार्थना कीजिए। उन से माफी मांगिए। वो आपको माफ़ करने का इंतज़ार कर रहा है।
परमेश्वर में विश्वास करने वाले दाऊद ने बाइबिल में एक भजन में लिखा है,
“परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है, मैं किस से डरूँ?”
– भजन संहिता 27:1
डिप्रेशन का इलाज संभव है। आपको जब भी लक्षण महसूस हो, किसी डॉक्टर की सलाह लीजिए। अगर आप अभी मेडिकल सलाह नहीं लेना चाहते हैं तो अपने लिए किसी परामर्शदाता को ढूँढिए या हमें लिखिए। चलिए हमारे साथ इस नयी मंज़िल पे।