आराम की ज़िन्दगी बोलो भला किसको नहीं चाहिए? पर आजकल की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में, जहां हमें अपनों से बात करने तक का समय निकालना मुश्किल लगता है, क्या आराम करना संभव है?
अगर आप गूगल पर टाइप करें, “ज़िन्दगी में कामियाब कैसे बनें?” तो आपको ऐसे 101 नुस्ख़े मिलेंगे जो कम समय में ज़्यादा काम करने की तरकीबें और जल्दी तरक्की पाने का उपाय देने का दावा करेंगे। आपने यह तो ज़रूर ही सुना होगा कि, जापान देश पूरी दुनिया में अपनी तेज़ी से बढ़ती टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है। पर क्या आपको यह पता था कि अधिक काम के कारण वहां के कार्यकर्ता इंसोम्निया (insomnia) नामक माहमारी से पीड़ित हुए थे, जिसकी वजह से देश को बाद में काफी घाटा भी हुआ। इस बीमारी का हल ढूंढ़ने की प्रक्रिया में, अब जापान अपने लोगों को काम के समय झपकी लेने और कम से कम साथ घंटे सोने के लिए प्रोत्साहित करता है।
सही मायनों में आराम और विश्राम तब मिलता है जब हमारा हृदय शांत और मेहफ़ूज़ महसूस करता है। अगर आप सोचते हैं कि यह अपनी खुद की शक्ति में हासिल करना मुम्किल है, तो माफ़ कीजिएगा पर आप गलत हैं। एक मटके का आकार सबसे अच्छे से सिर्फ उसको रचने वाला कुम्हार ही समझ सकता है। इसी तरह, हमारी चिंताओं, अविश्राम, दुविधा, चिंता या फिर निराशा को दूर कर शांति सिर्फ हमारा रचनेवाला ही दे सकता है, क्योंकि वह हमारी परवाह करता है।
अगर हम परमेश्वर को एक मौका दे तो उनकी शान्ति, जो सारी समझ से परे है, हमारे हृदय और विचारों में हमेशा रहेगी। अगर आप भी इस शांति को महसूस करना चाहतें हैं तो हमसे बात करें।
क्या मेरी आदतें लत तो नहीं बन रही हैं? लगभग हर दिन मैं एक दोस्त…
क्या आप बिना कुछ काम किए भी हर समय थका हुआ महसूस करते हो? कई…
आपने अपनी मनोकामना को पूरी करने के लिए क्या क्या किया है? हम अपनी मनोकामना…
प्यार के बिना ज़िंदगी का कोई मतलब नहीं है पर यह भी सच है कि…
“क़िस्मत का लिखा कोई नहीं मिटा सकता।” “ये तो नसीबों की बात है।” क्या हमारी…
ये बात सच है कि "कल किसने देखा है" पर भविष्य की तैयारी और योजना…