जीवन में जीत: 8 मंत्र जो जीवन में सफलता पाने के लिए ज़रूरी | Success | Tips |

सफलता: हार का सामना

वो सिकंदर ही दोस्तों कहलाता है, हारी बाज़ी को जीतना जिसे आता है


आपको हिंदी फिल्म ‘जो जीता वोहि सिकंदर’ का ये गाना तो याद ही होगा। इस गाने की सबसे दिलचस्प बात ये है कि इसमें हार के बाद की जीत को महत्व दिया गया है। इसका क्या मतलब है? यही कि हारना और जीतना दोनों ही दुनिया के नियम हैं। ऐसा संभव ही नहीं कि आपका कभी भी जीवन में हार से सामना ही न हो।
अगर आपको ये लगता है कि आप अक्सर हारते ही रहते हैं, तो ये लेख विशेषकर आपके लिए है।

आईये देखें सफलता पाने के 8 मंत्र:

1. प्रेरणा और दृढ़ निश्चय से चलें जीवन में अपनी प्रेरणा ढूँढिए

अगर आप ये रास्ता देखते रहे कि मुझे कुछ प्रोत्साहन या प्रेरणा मिले तो मैं आगे बढूं तो आप खुद को धोखा दे रहे हैं। बहुत से लोगों को कोई प्रेरणा नहीं मिलती लेकिन वे तब भी सफल होते हैं। लेकिन जब आप खुद को प्रोत्साहित करते हैं, तब आप सफलता कि तरफ एक मज़बूत कदम उठाते हैं। आप दृढ़ निश्चय करें कि आप अपने उद्देश्य से नहीं भटकेंगे। एक सूचि बना लें उन सभी चीज़ों कि जो आप हासिल करना चाहते हैं। जैसे एक अच्छी नौकरी, या तरक्की या मैराथन में जीत।

2. योजना बनाकर चलिए

योजना के बिना आपके द्रढ़ निश्चय का कोई मतलब नहीं है। आपके जो भी सपने हों, उनको लिखकर रखिये और हर एक के लिए एक गंभीर योजना बनाइये। इस योजना में अपने हर कदम को लिखिए। आप आने वाले कल के बारे में कुछ नहीं कर सकते, ना अपनी परिस्थिति बदल सकते हैं। लेकिन तब भी अपनी योजना में हर तरह के प्रयास या विकल्पों को लिख लीजिये। अगर आप ये अकेले नहीं कर सकते तो अपने लिए एक accountability पार्टनर बना लीजिये। उस साथी को आप हर रोज़ अपनी प्रगति के बारे में बता सकते हैं।

3. फल से ज़्यादा सफर का आनंद लीजिए

हर बार आपकी मेहनत का फल वैसा नहीं होगा जैसा आपने सोचा था। लेकिन इस सफर में आपने क्या सीखा? क्या नया किया? कैसे किया? अगर आप इस बात पर ध्यान देंगे तो ये सफर आनन्दमय हो जायेगा। इस आनंद को मत खोइए। इस में बहुत सीख है जो आपके आगे काम आएगी।

4. अपने विचारों पर ध्यान दीजिए

क्या आप उन लोगों में से हैं जो जल्दी निराश हो जाते हैं? अगर हाँ तो ये एक मसला है। क्या आपके विचार अक्सर नकारात्मक होते हैं? दोस्तों हमारी सोच हमारे पूरे जीवन पर प्रभाव डालती है। अपने विचारों पर ध्यान दें।किसी का बुरा ना सोचें, डर में ना जियें, बल्कि अपने भविष्य कि योजना में अपना समय बिताएं। आप तब तक सफलता नहीं पा सकते जब तक आप सफलता को अपनी आखों से देख नहीं लेते। इसलिए हमेशा अपना मन साफ़ रखें और सकारात्मक सोच रखें। आप खुद को प्रोत्साहित करने की आदत दाल लें ताकि आप हमेशा आगे बढ़ते रहें।

5. समय बर्बाद करने वाली बातों से बचिए

हम ज़्यादातर समय सोशल मीडिया साइट्स पर बिताते हैं, जिससे हमारे पास समय बहुत कम रह गया है। इसके अलावा ऐसी कौन से चीज़ें हैं जो आपके समय को बर्बाद करती हैं, उन्हें अपने जीवन से निकाल बाहर कीजिए। आप तब तक सफलता नहीं पा सकते जब तक आप समय की कीमत नहीं पहचानते। पर इसका ये मतलब नहीं की मनोरंजन जरूरी नहीं। आपको अपने दिमाग को आराम भी देना चाहिए। अपने मनोरंजन के बारे में अनुशासन में रहें।

6. दूसरों से मदद लें पर उन पर पूरी तरह निर्भर न हों

सफलता के लिए हमें दूसरों की भी ज़रूरत होती है क्योंकि दूसरों के अनुभवों से भी हम सीख ले सकते हैं। आपको हमेशा दूसरों की मदद की ज़रूरत होगी। जिस भी क्षेत्र में आपको लगता है कि मदद की ज़रूरत है, आप ज़रूर मदद लीजिये। लेकिन इसके साथ ही दूसरों पर निर्भर होने से भी बचिए। लोगों से सीख ले और अपना रास्ता खुद बनाना सीखिए। टाइम आने पे औरों की भी मदद करिए।

7. अनुशासन में चलें

क्या आप हर रोज़ अपने कामों की सूची बनाते हैं? क्या आप हर हफ्ते पीछे मुड़कर ये देखते हैं कि आप ने क्या क्या किया? अगर नहीं तो आपके जीवन में अनुशासन नहीं है। यदि आप एक दिनचर्या बनाकर नहीं चलते हैं और किये हुए कामों की आलोचना नहीं करते हैं तो आप आगे नहीं बढ़ रहे हैं। एक डायरी बना लें, दुनिया के सबसे सफल लोग ऐसा ही करते हैं।

8. प्रभु यीशु से मांगिये वही आपका सहायक है

ऐसा नहीं है कि यदि आप प्रभु येशु पर आज विश्वास कर लें तो आपको सिर्फ तरक्की ही मिलेगी। यदि आज आप अपना भरोसा प्रभु यीशु पर लाते हैं तो आपको सिर्फ़ तरक़्क़ी ही नहीं मिलेगी, आपकी योजना भी सफल होंगी ओर प्रभु यीशु सफलता के मार्ग पर आपके साथ चलेंगे।

दोस्तों सफलता पाने के लिए खुद के साथ साथ ज़रूरी है कि आप एक जीवित ईश्वर पर विश्वास करें। जीवित ईश्वर है प्रभु यीशु मसीह जिसने आपके पापों के लिए जान दी। वो इसलिए ताकि आपको माफ़ी मिल सके और आप अनंत जीवन पाएं। ऐसा ईश्वर जिसने आपके लिए जान तक दे दी, क्या वो आपको सफलता नहीं देगा? आप यदि येशु को अपनाना चाहते हैं तो हमें कॉल कीजिये या लिखिए। पर आप बोलेंगे की भाई! यह तो बहुत मेहनत का काम है। है तो, और इसका फल भी बहुत मीठा है।


“यहोवा (ईश्वर) को अपनी ख़ुशी का जरिया मान 
तो वह तेरी हर ख्वाहिश को पूरा करेगा “
भजन संहिता 37:4

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Nirvi

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