क्या आप तनाव से गुज़र रहें हैं? क्या टेंशन आपके जीवन की क्वालिटी को प्रभावित करती है? क्या आप टेंशन से बचने के सारे उपाए अपना चुके हैं? आइए हम आपको एक ऐसा तारिक बताएँ जिस से आपको टेंशन से मुक्ति पाएँगे!
एक मनोवैज्ञानिक ने स्ट्रेस मैनेजमेंट (stress management) की कक्षा में बैठे सभी लोगों को पानी का एक गिलास दिखाया और पूछा “आप सबके हिसाब से ये पानी से भरा हुआ गिलास कितना भारी है?”
पूरी कक्षा से प्रत्येक उत्तर भिन्न-भिन्न रीती का था और सभी सही जवाब देने के प्रयास में लग गए।
तभी मनोवैज्ञानिक ने कहा ” इसका सटीक भार कितना है इस बात से कोई फरक नहीं पड़ता। ये इस बात पर निर्भर करता है की मैं इसे कितनी देर तक उठाये रखती हूँ। अगर मैं इसे सिर्फ एक मिनट के लिए उठाती हूँ तो कोई तकलीफ की बात न होगी। अगर इसे मैंने एक घंटे के लिए उठाया तो मेरा हाथ दर्द करने लगेगा। और अगर मैं इसे पूरे एक दिन तक इसी तरह उठाये रखूँ, तो मेरा हाथ सुन्न या स्तब्ध सा पढ़ जायेगा।”
और फिर वह कुछ इस तरह से समझाने लगी, ” जीवन के तनाव (stress) और चिन्ताएं (worries) पानी के उस गिलास की तरह हैं। यदि आप उनके बारे में सिर्फ कुछ क्षण के लिए सोचें तो शायद आपको ज़्यादा हानि न पहुंचेगी। अगर उन्ही बातों के बारे में ज़्यादा समय के लिए सोचेंगे, तो आप को दर्द का एहसास होगा। और अगर आप उन्ही बातों को दिन भर या लगातार सोचते रहेंगे तो आप बहुत कमज़ोर महसूस करेंगें और कोई सरल सा काम भी आपको कठिन लगने लगेगा, आप चिंताओं में डूब जायेंगे और अयोग्य महसूस करने लगेंगे।
आज के इस दौर में जहाँ मनोविज्ञान से जुड़ी बातों और पीड़ा पर बहुत तरह का ज्ञान या फिर उपाय उपलब्ध है। दिमाग और मन को relax या शांत करने के कई साधन भी ख़ास तौर पर बनाए गए हैं। गहरी सांस लेने के लिए, ज़ोर से या दिल खोल कर हँसने के लिए, ध्यान लगाने (मैडिटेशन) के लिए, soothing (आरामदेह) म्यूजिक सुनने के लिए, यहाँ तक की नींद आने के लिए भी अन्य तरह की तकनीकें बनायीं गयी हैं।
तनाव या स्ट्रेस से पीड़ित लोगों को कई अलग तरह की सलाह दी जाती हैं, जिसकी मदद से वे बेहतर महसूस कर सकें। जैसे: व्यायाम करना, लम्बी छुट्टी पे चले जाना, विषाक्त (toxic) रिश्तों और लोगों से दूर रहना। कुछ लोग औरों के मुकाबले तनाव से जल्दी उभर पाते हैं, तो कुछ लोगों
के लिए किसी भी तरह के प्रयास से कोई मदद नहीं मिल पाती।
दोस्तों, कुछ समय के लिए जो राहत दे सकें ऐसे उपाय तो शायद बहुत मिल जायेंगे। लेकिन एक ऐसा तरीका भी है जो आपको तनाव से पूरी तरह से मुक्त कर सकता है। और वो तरीका है अपनी तकलीफों और चिन्ताओं को सौंप देना।
ये करना उतना आसान नहीं है। लेकिन, कोई है जो हमें ये आश्वासन देता है की वह हमें मुक्ति दिलाएगा।
“हे थके-माँदे, बोझ से दबे लोगों, मेरे
पास आओ; मैं तुम्हें सुख चैन दूँगा।”
(मती 11:28)
यीशु द्वारा मदद पाना ही मुक्ति मिलने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है! अगर आप यीशु के संग चलेंगे तो कभी भी हारेंगे नहीं।
“हे यहोवा, मैं स्वयं को तुझे समर्पित करता हूँ। मेरे परमेश्वर, मेरा विश्वास तुझ पर है।मैं तुझसे निराश नहीं होऊँगा। मेरे शत्रु मेरी हँसी नहीं उड़ा पायेंगे। ऐसा व्यक्ति, जो तुझमें विश्वास रखता है, वह निराश नहीं होगा।” (भजन संहिता 25:1-3)
यकीन मानिये, ये तरीका tried and tested (आज़माया हुआ) है और आज के दौर में भी मौजूद है। आप इसे विश्वास के बल पे कर सकते हैं। आप भी दाऊद की तरह विश्वास से भरी प्रार्थना के द्वारा अपना तनाव यीशु को सौंप कर अन्य आशीषों का अनुभव कर सकते हैं।
ऐसे विश्वास को और गहराई से समझने के लिए आप यीशु के किसी भी विश्वासी से बात कर सकते हैं। और इसमें हम आपकी मदद करना चाहते हैं।
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