बाल शोषण हमारे समाज की एक घिनौनी सच्चाई है और इन सभी का शिकार बनते हैं हमारे छोटे छोटे बच्चे। आख़िर बाल शोषण का ज़िम्मेदार कौन है? अगर हम इसे रोकना चाहते हैं तो हमें कुछ तो कदम उठाने पड़ेंगे। आइए साथ में मिलकर इस समस्या के बारे में जाने और इसका समाधान निकालें।
“World Health Organization (WHO) के अनुसार बाल दुर्व्यवहार/ बाल शोषण को “सभी तरह के शारीरिक और भावनात्मक दुर्व्यवहार, यौन शोषण को हम शोषण के रूप में परिभाषित कर सकते हैं। जिसका बच्चे के स्वास्थ्य, विकास या गरिमा को वास्तविक या संभावित नुकसान होता है।” इसका मतलब है कि हर तरह का ग़लत व्यवहार जो किसी भी बच्चे को मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से चोट पहुँचता है वो शोषण होता है।
ऐसी कई चीजें हैं जो बाल शोषण का कारण बन सकती हैं। इसके कारण अक्सर समझने बहुत मुश्किल होते हैं, और कोई अकेली वजह नहीं होती है।
सभी माता-पिता अपने बच्चे को एक सुरक्षित घर में प्यार और देखभाल करना चाहते हैं। पर तनाव, थकान, पैसों की कमी, नौकरी की चिंता या माता-पिता के स्किल की कमी या बच्चे की देखभाल करने का दबाव की वजह भी दुर्व्यवहार का कारण बन सकती है। जब माता-पिता अपने बच्चे की देखभाल करना नहीं जानते, बच्चों को discipline करने के लिए पनिश्मेंट के तौर पर मारना, drugs, शराब या जुए की समस्याएँ जैसी problems भी बाल शोषण को बढ़ावा देती हैं।
बाइबिल हमें जो बताती है कि बच्चों का परमेश्वर के हृदय में एक विशेष स्थान है और जो कोई भी बच्चे को नुकसान पहुँचाता है वह परमेश्वर के क्रोध को अपने ऊपर आमंत्रित कर रहा है। जब यीशु के चेलों ने बच्चों को यीशु के पास आने से रोकने की कोशिश की, तो उसने उन्हें डांटा और बच्चों का अपने पास बुलाया और कहा, “छोटे बच्चों को मेरे पास आने दो और उन्हें रोको मत, क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों का है” (मरकुस 10:14)।
बाइबिल के अनुसार बच्चे परमेश्वर की आशीष हैं और बाइबिल बाल शोषण (child abuse) के सख़्त ख़िलाफ़ है। और जो लोग बच्चों को बोझ की तरह समझते हैं और अपनी ज़िम्मेदारियाँ को सही तरीक़े से नहीं निभाते वो परमेश्वर की आशीष को खो देते हैं।
बाल शोषण एक भयानक तस्वीर पेश करता है। एक प्यार करने वाले स्वर्गीय पिता के दृष्टिकोण के बिना, यह आसानी से मायूसी की ओर ले जा सकता है। बाल शोषण इस बात का घिनौना संकेत है कि हम बुराई से गिरी हुई दुनिया में रहते हैं। यीशु, जो हमारी दुनिया में प्रवेश किया और दुनिया की सारी बुराइयों को अपने ऊपर ले लिया और उनसे जीत गया। सिर्फ यीशु ही इस दुनिया को बचा सकते हैं और सही रास्ता दिखा सकते हैं।
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