सकरात्मक सोच की अद्भुत शक्ति

“हँसो, जीयो, मुस्कुराओ, क्या पता कल हो न हो …” सकरात्मक सोच का राज़

“हाँ, ज़रूर! यह डायलॉग बोलना आसान है पर कैसे हँसू, खुश रहूँ? मज़ाक़ नहीं मेरी जिंदगी कि मैं हँसू, बहुत प्रोब्लेम्स हैं…प्लेसमेंट की टेंशन, जॉब की टेंशन, शादी नहीं हो रही, घर खरीदना है…”

अगर आप खुद को इन बातों से घिरा पातें हैं तो मैं आपके साथ हूँ, आप अकेले नहीं – अब तो थोड़ा मुस्कुरा दीजिये। छोटी सी जिंदगी है जनाब, हर दिन एक कोई अच्छी बात सोचिये और सकरात्मक बनिए और फिर देखिए सकरात्मक सोच का जादू!

सकरात्मक सोच का जादू

सकरात्मक सोच यानि वो सोच एवं बातें जो हमें ख़ुशी दे कर बुरी बातों से दूर करे। ज़रूरी नहीं की कोई बड़ा सेलिब्रेशन हो तभी हम खुश हों। बारिश होने पे परिवार और दोस्तों के साथ चाय पकोड़े खाना भी काफी ख़ुशी देता है।यह हम पर निर्भर करता है की बारिश में पकोड़े एन्जॉय करें या बारिश में बिजली कट होने पर कुढ़े।

नकरात्मक सोच रोकें,सकरात्मक सोच की ओर

हम सब जानते हैं की जंक फ़ूड जैसे बर्गर, पिज़्ज़ा, नूडल्स, आदि हमारे शरीर के लिए हानिकारक हैं और हमें इनसे परहेज़ करना चाहिए। ठीक वैसे ही नकरात्मक सोच से भी परहेज़ करना चाहिए। क्या फायदा ऐसी सोच का जो हमें एक कंप्लेंट बॉक्स (complaint Box) बनाती है?

·  उसने एक महीने से मुझे फ़ोन नहीं किया, मतलबी और घमंडी है वो

·  मेरी सैलरी कम है, इन्क्रीमेंट भी अच्छा नहीं हुआ

·  अपना मकान कब होगा, किराये के घर में रहने का मन नहीं करता

·  काश मैं भी अपने दोस्तों के जैसे फॉरेन ट्रिप कर पाती

ये सारी बातें हमें सिर्फ परेशान करती है, ईर्ष्यालु या खुद पे दया करने वाला बनाती हैं। जरुरी है अपना फोकस बदलना। जब कुछ नेगेटिव लगे तब उसमे कुछ सकरात्मक सोचें।

कैसे बनें सकरात्मक

रोमियो 12:21 “बुराई से मत हार बल्कि अपनी नेकी से बुराई को हरा दे।”

बाइबिल का यह वचन हमें बताता है की जब भी कोई बुरी बात हमें परेशान करे, हम उसे अच्छाई और पोसिटीविटी से हरा दें और खुश रहे।

·  जब ख्याल आए की आपके बॉस के साथ कम करना मुश्किल है, खुश हों की आपके पास जॉब है।

·  जब ख्याल आए की आपके शरीर का दर्द ठीक नहीं हो रहा, खुश हो की आपके हर अंग स्वस्थ है।

·  जलना, चिढना, स्वयं पे दया करना छोड़िए 

·  हेल्पफुल बनिए

·  जीवन की हर छोटी बात सेलिब्रेट करें

·  सुबह जब आंख खुले तो खुद से कहिए, “आज मैं खुश रहूँगा/रहूँगी”, “आज के दिन कुछ अच्छा होगा” – जैसे सोचेंगे वैसे होगा

साइयन्स भी हमें यह बताते है कि पोस्टिव सोच जीवन के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बढ़ाती है।

हमारे पास जो है, वो आपके हमारे हिसाब से कम हो सकता है…किसी दूसरे की नज़र से देखें…जो हमारे पास है वो बहुत कुछ है।

भजन संहिता 118:24 “यहोवा ने आज के दिन को बनाया है। आओ हम हर्ष का अनुभव करें और आज आनन्दित हो जाए”

बाइबिल हमें बताती है की परमेश्वर ने इस दुनिया को बनाया, रात और दिन बनाया और उसने हर दिन अच्छा बनाया है। तो क्यों ना हम मिलकर इस अच्छे दिन का आनंद उठाएं और बेहद खुश रहे।

सकरात्मक बनें और खुशियाँ बाँटे इस विषय में और जानकारी के लिए हमसे बात करें। आओ चले एक नयी मंजिल पे!

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Nirvi

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