लव आज कल: मॉडर्न प्यार क्या होता है? | Love Aaj Kal |

 लव आज कल 

यह Title हमें बाॅलीवुड मूवी कि याद दिलाता है जिसमें दो अलग-अलग couples की love story है। एक कपल की कहानी फ्लैशबैक में दिखाई गई है और दूसरे कपल की कहानी वर्तमान में। दोनों लव स्टोरी अलग-अलग होते हुए भी एक जैसे हैं। इनमें प्यार है, तकरार है, अभिमान है, दर्द है और वह सब कुछ जो किसी भी लव स्टोरी में, चाहे वो सदियों पुराना हो या मॉडर्न हो!

तो क्या मॉडर्न प्यार बिल्कुल भी अलग नहीं?

मॉडर्न प्यार को अक्सर लोग “लव, सेक्स और धोखा”- इस पैटर्न में देखते या समझते हैं। मॉडर्न प्यार में अक्सर ऐसा देखा गया है कि ये सब बातें आम हैं। लेकिन इसके बावजूद जो couples आपस में जुड़े रहते हैं उनके रिश्ते वक़्त के साथ मज़बूत होते हैं। इस मामले में किसी भी लव रिलेशनशिप को मॉडर्न या ओल्ड फ़ैशन के कैटेगरी में रखना सही नहीं।

मॉडर्न प्यार की शुरुआत

एक साधारण लव स्टोरी की ही तरह इसकी शुरुआत होती है जिसमें दो लोग एक दूसरे के करीब आते हैं, अपनी फीलिंग्स एक दूसरे के साथ शेयर करते हैं। इसकी शुरुआत होती है एक दूसरे को दूर से परखने से, फ़िर एक दूसरे के अच्छे-बुरे साइड को जानने से और फ़िर एक दूसरे के सामने कनफ़ेस करने से कि वो एक दूसरे को लाइक करते हैं। ये फ़ीलिंग अपने-आप में बहुत ख़ूबसूरत है। इसमें आप हमेशा अपने प्रेमी के सामने अपना बेस्ट देने की या अपना बेस्ट बनने की कोशिश करते हैं। पहले-पहल इस स्टेज में लवर्स का एक दूसरे के प्रति आकर्षण बढ़ने लगता है और वो एक दूसरे के लिए काफ़ी इमोश्नल होने लगते हैं। बढ़ते-बढ़ते यह फ़ीलिंग एक दूसरे के लिए कस्में-वादों को निभाने और जन्म-जन्म का साथ रखने की बातों की ओर जाता है। इस दौरान एक दूसरे से मिलना, प्यार भरी बातों में डूबे रहना और दूसरे के क़रीब आना भी आम बात है। 

नज़दीकियों के बाद क्या?

किसी ने सही कहा है कि मोहब्बत में आशिक़ और माशूका जितने क़रीब आते हैं उतना ही वो एक दूसरे की कमियां देख पाते हैं। यही वो घड़ी है जब उन्हें सही मायने में तय करना होता है कि वो अपने रिश्ते को आगे लेकर जाएंगे या नहीं। यह वक्त प्यार के इम्तिहान का वक्त होता है। इमोशन्स का इस दौरान हाई या लो होना नॉर्मल है। इस इम्तिहान में अगर प्रेमी पास कर गए तो रिलेशनशिप टिकता है।

किसी प्यार का मॉडर्न या ओल्ड होना इससे बिल्कुल परे है।

बाइबल आखिर प्यार- चाहे वो मॉडर्न हो या ओल्ड, के बारे में क्या कहती है?

“प्रेम धैर्यपूर्ण है, प्रेम दयामय है, प्रेम में ईर्ष्या नहीं होती, प्रेम अपनी प्रशंसा आप नहीं करता। वह अभिमानी नहीं होता। वह अनुचित व्यवहार कभी नहीं करता, वह स्वार्थी नहीं है, प्रेम कभी झुँझलाता नहीं, वह बुराइयों का कोई लेखा-जोखा नहीं रखता। बुराई पर कभी उसे प्रसन्नता नहीं होती। वह तो दूसरों के साथ सत्य पर आनंदित होता है। वह सदा रक्षा करता है, वह सदा विश्वास करता है। प्रेम सदा आशा से भरा हुआ रहता है। वह सहनशील है।”

अगर आप इस प्यार के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं और किसी लव रिलेशनशिप में किसी तरह की सहायता चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

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Nirvi

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