“क़िस्मत का लिखा कोई नहीं मिटा सकता।” “ये तो नसीबों की बात है।” क्या हमारी ज़िंदगी सच में क़िस्मत का…
हम सभी अपने भविष्य को लेकर इतने चिंतित रहते हैं कि इस भविष्य के डर से हम किस हद तक…