प्यार
क्या शादी करनी ज़रूरी है? क्या है अच्छी शादी का फ़ॉर्म्युला? शादी की तैयारी के लिए कुछ टीप्स
क्या शादी करना ज़रूरी है? शादी के बारे में भगवान का विचार। एक सफल शादी के लिए युक्तियाँ। अच्छी शादी का फार्मूला क्या है? शादी से पहले की गयी कुछ ज़रूरी चीज़ें है इसका राज़।
आज की फ़रमाइश सुनिए, शादी वाले गाने
“कहते हैं खुदा ने इस जहाँ में सभी के लिए… किसी न किसी को है बनाया हर किसी के लिए…”
कार चलाते यह रोमांटिक गाना सुनते हुए मुझे कुछ बातें याद आयी, इन्हे सुनिए:
“अरे तो क्या हुआ अगर तुम्हारी प्रोफाइल शादी.कॉम पे डाल रहे हैं तो, इतनी बड़ी हो गयी हो, अच्छा लड़का कैसे मिलेगा?”
” देखो सबको अपने मतलब का जीवन साथी नहीं मिलता, इतनी ज़्यादा चूज़ी मत बनो।”
” तुम इतना अच्छा कमाते हो, कोई भी लड़की तुमसे शादी कर लेगी।”
” सेल्फी लेके भेज दो इस्को, रिश्ता पक्का करा देते है।”
मैने तो यह भी लोगो को कहते सुना है की “मैने तो इसलिए शादी की काम निपटा देती हूँ।”
लेकिन शादी का महत्व क्या है? ये जरूरी है, पर क्यों?
बड़े होते जो शादि-शुदा जीवन के उधारन हमने देखे, वो जरूरी नहीं सब अच्छे हों। शादी के बारे में सोचते ही बहुत सारी भावनाए उभर के आती है। शादी के लम्बे खर्चे, पती पत्नी के बीच लड़ाई, सास ससुर के साथ रिश्ता, बच्चो की ज़िम्मेदारी और क्या कुछ नहीं।लेकिन सब लोग शादी करें, ये ज़रूरी नहीं।
शादी करने से पहले तैयारी बहुत ज़रूरी है। यह न सोचे की जो होगा देखेंगे, हम एक दूसरे से प्यार करते है, सब ठीक होगा। प्यार कोई जादू नहीं है की आपको जीवन जीना सीखा देगा। पर प्यार वह चीज़ है जो सब चीज़ों को सीखने की नीव है।
परमेश्वर क्या कहते है इस विषय में?
शादी एक गहरी वाचा है। परमेश्वर इस रिश्ते की गहरायी की तुलना अपने और अपने लोगों के रिश्ते से करते हैं। बाइबिल में लिखा है कि पति अपनी पत्नी से ऐसे प्रेम करे जैसे परमेश्वर ने अपने लोगों से प्रेम किया। ऐसा सवार्थरहित प्रेम जिसने हमारे पाप के लिए अपना बलिदान दिया।
जब प्रभु ने आदम को बनाया तो देखा की वो अकेला है, इसलिए उसके लिए एक साथी बनाया। शादी आजीवन प्रेम भरा रिश्ता है जिसे परमेश्वर आशीष देते है।
अच्छी शादी का फार्मूला क्या है? शादी से पहले की गयी कुछ ज़रूरी चीज़ें है इसका राज़। यह है शादी को मजबूत करने के तरीके
1. “मैं” के बजाय “हम” सोचना शुरू करें -विवाह एक साँझेदारी है। यह याद रखे कि आप एक ही टीम में हैं। एक साथ कुछ हाबीज़ या शौक की चीज़ें साथ करने के लिए समय निकालें। जैसे सैर, मूवी या घर का काम साथ में करें। इससे आप एक दूसरे की इज़्ज़त करना भी सीखेंगे और एक दूसरे की रुचि भी जानेंगे।
2. खूबियां ढूंढे खामियां नहीं- हमारा दिमाग किसी की भी खामी पहले देखता है, पर यह आपकी शादी को तोड़ सकता है। अपने साथी की खूबियां देखो और सरहाना दो। और जब उनकी कोई खामियाँ बतानी हो तो प्रेम और धीरज से बताओ।
3. खुल के बात करना- शादियों के टूटने का एक बड़ा कारण है एक दूसरे से बात न करना। आज कल तो सब अपने काम में बिज़ी हैं और इसकी वजह से हम अलग अलग जीवन जीने लगते है। क्यों न शाम का खाना साथ खाये बिना अपने फोन या टीवी के और एक दूसरे से उनका हाल पूछे। यह आपके प्यार को बढ़ता है। आप सेक्स के बारें में भी एक दूसरे से खुल के बात कीजिये।
4. यह एक वादा है- आपकी शादी विश्वास, प्यार और इज़्ज़त से प्रभु जोड़ते है, इसमें झूठ, फरेब, मारपीट और धोखा न आने दे। इससे लंबी दौड़ में आपके रिश्ते में मदद मिलेगी।
5. माफ़ी का दिल रखिये- अगर आप एक दूसरे के प्रति क्रोध और बुरा अतिटूड रखेंगे तो यह आपके रिश्ते को तोड़ सकता है। बाइबिल की यह आज्ञा मैं पुरे दिल से मानती हूँ।
कुलुस्सियों 3:13 “तुम्हें आपस में जब कभी किसी से कोई कष्ट हो तो एक दूसरे की सह लो और परस्पर एक दूसरे को मुक्त भाव से क्षमा कर दो। तुम्हें आपस में एक दूसरे को ऐसे ही क्षमा कर देना चाहिए जैसे परमेश्वर ने तुम्हें मुक्त भाव से क्षमा कर दिया”।
6. पैसे की बात करे- अपने खर्च करने की आदतों और योजनाओं और लक्ष्यों पर चर्चा करके अपने आप को भविष्य के बहुत सारी सिरदर्द से बचाएं। आप अपनी कमाई से कम खर्च करें, बारिश के दिन के लिए बचाएं और कर्ज न लें।
7. बच्चों की बात करे- क्या आपके बच्चे होंगे? यदि हां, आप कब बच्चे पैदा करना चाहेंगे? क्या आप दोनों काम करोगे या आप में से कोई एक बच्चों की देखभाल करेगा?
8. जॉब/ मित्र/ पारिवारिक/ सामाजिक गतिविधियाँ- यह आपके विवाह को कैसे प्रभावित करेंगे? इसके अलावा, अपनी शादी के लिए सीमाओं पर चर्चा करें।
यह बातें शायद आपको छोटी छोटी लगे पर इसी से आप ख़ुशहाल शादी की नीव बना सकते है। अगर आप इसके बारे में और जानना चाहते है तो हमसे chat कर सकते हैं। आओ हमारे साथ इस नयीमंज़िल पे!